ख़तम-उल-अवलिया | خَاتَم اَلأولِیاء
संतों की मुहर – वली-अल-आख़िर-अज़-ज़माँ (समानार्थी)
अंत समय तक के लिए संतों की अंतिमता की मुहर। (सामान्य अर्थ)
अंतिम संत। (शाब्दिक)
संदर्भ को समझना आसान हो जाएगा यदि हम मूल शब्द और समान ध्वनि वाले शब्दों को समझ लें:
- ख़ातम – خاتَم: इसका अर्थ है प्रमाणपत्र या ख़त (पत्र)। यही ख़ातम-उल-अवलीया के लिए मूल शब्द है।
- ख़ातिम – خاتِم: इसका अर्थ है वह व्यक्ति जो किसी चीज़ को अंतिम रूप देता है या समाप्त करता है। जैसे पैग़म्बर मुहम्मद (स.अ.व.) को पैग़म्बरों का अंतिम (ख़ातिम-उल-अंबिया) कहा जाता है। लेकिन ख़ातम-उल-अवलीया का यही अर्थ नहीं है।
- ख़त्म – خَتْم: इसका अर्थ होता है किसी क्रिया, घटना या युग का अंत या निष्कर्ष।